शनिवार, 22 दिसंबर 2001

यादें - 2

जब
तुम और मैं 
या कहें हम 
साथ नहीं होंगे 

तब भी होगी 
तुम्हारे होठों पर हँसी
और मेरे अधरों पर शब्द होंगे

क्योंकि 
कोई किसी के बिना
रुकता नहीं 

और दिलों में बसी यादें
उस हँसी और
उन शब्दों को 
और खूबसूरत बनाएँगी
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मनीष पाण्डेय 'मनु'
शनिवार 22 दिसंबर 2001, बिलासपुर, भारत

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