शनिवार, 31 मार्च 2018

बजरंग बलि करो मुझ पे कृपा

बजरंग बलि करो मुझ पे कृपा,
मैं द्वार तुम्हारे आया हूँ
कुछ और नहीं मैं ला पाया,
बस अपनी भक्ति लाया हूँ

तुम धीर बड़े और वीर बड़े,
मैं क्या तेरा गुणगान करूँ
कर-बद्ध वंदना करता हूँ
और इन चरणों में शीश धरूँ

कुछ और नहीं आता मुझको
बस मन में तुझे बसाया हूँ
बजरंग बलि करो मुझ पे कृपा,
मैं द्वार तुम्हारे आया हूँ

तुम राम-सिया के परम भक्त,
और स्वयं रूद्र एकादश हो
मैं शरण तुम्हारे आया हूँ,
अब तुम ही मेरे सरबस हो
मैं मूरख हूँ अज्ञानी हूँ
तेरी पूजा जान न पाया हूँ
बजरंग बलि करो मुझ पे कृपा
मैं द्वार तुम्हारे आया हूँ

भक्तों के संकट मोचन हो,
कष्टों के हरने वाले हो
मुझ पर भी थोड़ी दया करो
तुम ही मेरे रखवाले हो
मैं अपना सब अपर्ण करने
तेरे मंदिर में आया हूँ
बजरंग बलि करो मुझ पे कृपा
मैं द्वार तुम्हारे आया हूँ

तुम अष्ट सिद्दी के दाता हो
और नौ निधियों के स्वामी हो
मैं क्या माँगु क्या दुःख रोऊँ
प्रभु तुम तो अन्तर्यामी हो
मेरे संकट भी दूर करो
मैं आस बड़ी ले आया हूँ
बजरंग बलि करो मुझ पे कृपा
मैं द्वार तुम्हारे आया हूँ 

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मनीष पाण्डेय "मनु" 
शिव-मंदिर एम्स्टर्डम (नीदरलैंड्स)
शनिवार, ३१-मार्च-२०१८ (हनुमान जयंती)