शुक्रवार, 10 नवंबर 2023

साँसो के आने में

साँसो के आने में, साँसों के जाने में
तू ही तू बसता है, हर इक फसाने में

बातों ही बातों में, जागी सी रातों में
दिल अपना दे बैठा, तुझको सौगातों में
तू भी जता दे ना, सबको बता दे ना
दिल को लगा ले ना, अपने दीवाने में
साँसो के आने में, हर इक फसाने में 

खोया अकेले में, दुनिया के मेले में
उलझा है दिल मेरा, कैसे झमेले में 
कँगन बजा दे ना, हलचल मचा दे ना
तूफाँ उठा दे ना, दिल के वीराने में
साँसो के आने में, हर इक फसाने में 

मिलने को आ जा ना, मुखड़ा दिखा जा ना
आ मेरी बाहों में, मुझमें समा जा ना
दिल में बसा ले ना, अपना बना ले ना
लक्की बना दे ना, सारे जमाने में
साँसो के आने में, साँसों के जाने में
तू ही तू बसता है, हर इक फसाने में

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मनीष पाण्डेय ‘मनु’
नीदरलैंड्स, शुक्रवार १० नवम्बर २०२३ 

गुरुवार, 2 नवंबर 2023

याद तेरी

 याद तेरी आज भी मुझको पुकारे
दिल में मेरे आज भी तेरी छवि है 

कारनामे वो लड़कपन के हमारे
दोस्ती क्या चीज है तुमने सिखाया
खून के रिश्ते नहीं हम खुद बनाते
खुशनसीबी है कि तुझसा यार पापा
खेल जो खेले कभी हम साथ मिलकर
उन दिनों की याद तो भूली नहीं है
दिल में मेरे आज भी…

यूँ तो अब भी साथ में संगी खड़े हैं 
पर कमी तेरी सदा खलती हवा में
छोड़कर यूँ साथ जो तुम चल दिये तो
मैं अकेला पड़ गया हूँ इस जहां में
दोस्ती का रंग जो तेरा चढ़ा फिर 
और कोई रंग अब चढ़ता नहीं है 
दिल में मेरे आज भी…

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मनीष पाण्डेय ‘मनु’
मंगलवार 2 नवम्बर 2023, नीदरलैंड