बैठे हैं हम बिछाये, नैना तेरी राह में
साँसें मेरी चल रही, हमदम तेरी चाह में
तुझ से जो नेहा लगी, हम तो दीवाने हुए
दुनिया की है ना खबर, सबसे बेगाने हुए
हरपल मेरा दिल कहे, ले लूँ तुझे बाँह में
बहती हवाओं में तू, फूलों की खुशबू लगे
सावन की झाड़ियों से, अरमां सुलगने लगे
बागों बहारों में भी, तुम ही मेरी निगाह में
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मनीष पाण्डेय ‘मनु’
अलमेर, नेदरलॅंड्स, 30-सितम्बर-2022