शुक्रवार, 29 मार्च 2024

लुटेरा

बस उनका मसीहा हुआ जा रहा है

लुटेरा जिन्हें बाँट कर खा रहा है 


फकीरी में उसके बड़े शान-ओ-शौकत

चुकाई मगर किसने है इनकी कीमत

ये लाली सजाने को होठों पर अपने

जिगर किसके खंजर वो चलवा रहा है


जो अपने ठहाकों से फ़ुरसत मिले तो

जरा गौर उनपर भी तुम करके देखो

नहीं कोई जिनकी वजह सुनने वाला

गला जिनका रोते रूँधा जा रहा है


मुबारक तुम्हें ख्वाब पूरे हुए जो

मगर अपने पीछे मुड़ो और देखो

तुम्हारे तमाशे को रौशन बनाने

वो किसके घरौंदों को सुलगा रहा है


जूती के ठोकर पर रक्खी है दुनिया

लगता हो शायद तुम्हें आज ऐसा 

लेकिन समझ लो समय के बही में

हिसाब हर कदम का रखा जा रहा है 


———————————————

मनीष पाण्डेय ‘मनु’

शुक्रवार 29 मार्च 2024, नीदरलैंड

शुक्रवार, 15 मार्च 2024

कैरोके भजन - शिव शिव करता जाये

शम्भूss शिव शंकर

शम्भू शिवाssss  


शिव शिव करता जाये

शिव शिव करता जाये, शिव ही मेरे मन को भाये 

हाय मेरे मन को तो, शिव का ही नाम सुहाए 


शिव का नाम आये तो, मन हुआ मेरा जैसे मगन 

अब शिव की ही लागि लगन, शिव-शिव कहूँ


न-न-न-न-न-न-न-नाथ तुम्हारे द्वार आज मैं आया हूँ 

हो, नाथ तुम्हारे द्वार आज मैं आया हूँ

ओ, भक्ति का ही भेंट चढाने लाया हूँ 

अब तुमको ही करता नमन, शिव-शिव कहूँ


शिव शिव करता जाये, शिव ही मेरे मन को भाये 

हाय मेरे मन को तो, शिव का ही नाम सुहाए 

शिव का नाम आये तो, मन हुआ मेरा जैसे मगन 

अब शिव की ही लागि लगन, शिव-शिव कहूँ


ड-ड-ड-ड-ड-ड-ड-डमरू जब बाजे मेरे शिव-शंकर का

हो, डमरू जब बाजे मेरे शिव शंकर का

हर कोना-कोना झूमे, धरती-अम्बर का 

शिव शिव हो धरती गगन, शिव-शिव कहूँ


शिव शिव करता जाये, शिव ही मेरे मन को भाये 

हाय मेरे मन को तो, शिव का ही नाम सुहाए 

शिव का नाम आये तो, मन हुआ मेरा जैसे मगन 

अब शिव की ही लागि लगन, शिव-शिव कहूँ


शम्भूss शिव शंकर

शम्भू शिवाssss


शम्भूss शिव शंकर

शम्भू शिवाssss



कैरोके लिंक: https://www.youtube.com/watch?v=93ttrtkswEU

--------------------------------------------------------------------------------- मनीष पाण्डेय ‘मनु’ शुक्रवार 15 मार्च 2024, नीदरलैंड

कैरोके भजन - श्री राम के ही नाम की

श्री राम के ही नाम की अब गाथा हम गाएँ 

श्री राम के ही नाम की अब गाथा हम गाएँ 

बस महिमा उनके नाम की गाते ही जाएँ 

श्री राम के ही नाम की अब गाथा हम गाएँ 

श्री राम के ही नाम की अब गाथा हम गाएँ 


रखते प्रभु अपने भक्तों की लाज

रहते सदा उनके मन में विराज 

जिनकी कृपा से बने सबके काज 

उनकी शरण में ही आये हैं आज

रघुवर कृपा हम पाएं 

बस महिमा उनके नाम की गाते ही जाएँ 

श्री राम के ही नाम की अब गाथा हम गाएँ 

बस महिमा उनके नाम की गाते ही जाएँ 

श्री राम के ही नाम की अब गाथा हम गाएँ 


हम पर कृपा उनकी इतनी रहे

चरणों में थोड़ी सी जगह मिले

तन-मन से उनकी ही पूजा करें

जन्मोंजनम उनकी भक्ति मिले 

हर स्वांस में वो समायें 

बस महिमा उनके नाम की गाते ही जाएँ 

श्री राम के ही नाम की अब गाथा हम गाएँ 

श्री राम के ही नाम की अब गाथा हम गाएँ 

बस महिमा उनके नाम की गाते ही जाएँ 

श्री राम के ही नाम की अब गाथा हम गाएँ 

श्री राम के ही नाम की अब गाथा हम गाएँ



कैरोके लिंक: https://www.youtube.com/watch?v=oWSeGqoqgUg

---------------------------------------------------------------------------------
मनीष पाण्डेय ‘मनु’
शुक्रवार 15 मार्च 2024, नीदरलैंड 

शुक्रवार, 8 मार्च 2024

कैरोके भजन - शिव जी मेरे भोले हैं

शिव जी मेरे भोले हैं
शिव जी मेरे भोले हैं, पल में मान जाते हैं 
शिव जी मेरे भोले हैं, पल में मान जाते हैं 

दिल से जो 
दिल से जो 
दिल से जो पुकारो तो, प्रेम ही लुटाते हैं  
दिल से जो पुकारो तो, प्रेम ही लुटाते हैं  
शिव जी मेरे भोले हैं, पल में मान जाते हैं
दिल से जो पुकारो तो, प्रेम ही लुटाते हैं  

उनका नाम लेने से, मन को चैन को आएगा
उनका नाम लेने से, मन को चैन को आएगा
भोले मेरे भण्डारी, कष्ट सब मिटाते हैं
शिव जी मेरे भोले हैं, पल में मान जाते हैं 
दिल से जो पुकारो तो, प्रेम ही लुटाते हैं  

ध्यान करे जो मन में, दिल से मेरे भोले का 
ध्यान करे जो मन में, दिल से मेरे भोले का
पाँप कई जन्मों के, पल में ही मिटाते हैं 
शिव जी मेरे भोले हैं, पल में मान जाते हैं 
दिल से जो पुकारो तो, प्रेम ही लुटाते हैं  

हर हर का नाद करो, उनको जल चढ़ाओ तुम
हर हर का नाद करो, उनको जल चढ़ाओ तुम
सच्चे मन की भक्ति से, वो तो रीझ जाते हैं 
शिव जी मेरे भोले हैं, पल में मान जाते हैं 
दिल से जो पुकारो तो, प्रेम ही लुटाते हैं  

यूँ तो हमने जीवन ये, ब्यर्थ ही बिताया है
यूँ तो हमने जीवन ये, ब्यर्थ ही बिताया है
आज शिव के चरणों में, शीश हम झुकाते हैं 
शिव जी मेरे भोले हैं, पल में मान जाते हैं 
दिल से जो पुकारो तो, प्रेम ही लुटाते हैं  

शिव जी मेरे भोले हैं, पल में मान जाते हैं 
दिल से जो पुकारो तो, प्रेम ही लुटाते हैं  

शिव जी मेरे भोले हैं, पल में मान जाते हैं 
दिल से जो पुकारो तो, प्रेम ही लुटाते हैं  

कैरोके लिंक: https://youtu.be/-CsEhNBOJrc?si=-2da19LzzQ5F9szP

---------------------------------------------------------------------------------
मनीष पाण्डेय ‘मनु’
महाशिवरात्रि शुक्रवार 08 मार्च 2024, नीदरलैंड 

सोमवार, 4 मार्च 2024

कैरोके भजन - शिव ना बोलूं तो चैन

शिव ना बोलूं तो चैन, मुझे आता नहीं है

शिव नाम बिना कुछ और, मुझे भाता नहीं है 


शिव ना बोलूं तो चैन, मुझे आता नहीं है

शिव नाम बिना कुछ और, मुझे भाता नहीं है 


बिना शिव नाम, सुख ही नहीं है

बिना शिव नाम, सुख ही नहीं है 


अपने भक्तों को वो तरसाता नहीं है 

भोले बाबा जैसा कोई दाता नहीं है 

बिना शिव नाम, सुख ही नहीं है 

बिना शिव नाम, सुख ही नहीं है 


शिव ना बोलूं तो चैन मुझे आता नहीं है

शिव नाम बिना कुछ और मुझे भाता नहीं है 


भोले बाबा तेरा ही मैं नाम जपूँ

तेरी चरणों में बस लीन रहूँ 

तेरी भक्ति के लिए तरसे ये मन

कब मुझे होगा प्रभु तेरा दर्शन 

हर पल शिव का ही नाम जपूँ 

हर हर हर महादेव कहूँ 

महादेव कहूँ

महादेव कहूँ


मेरे शिव शङ्कर जैसा, भव-त्राता नहीं है

मेरे शिव शङ्कर जैसा, भव-त्राता नहीं है


शिव ना बोलूं तो चैन, मुझे आता नहीं है

बिना शिव नाम, सुख ही नहीं है

बिना शिव नाम, सुख ही नहीं है


शिव ना बोलूं तो चैन मुझे आता नहीं है

शिव नाम बिना कुछ और मुझे भाता नहीं है 


पूजा तेरी तेरा ही विधान रहे 

तेरे चरणों में बस ध्यान रहे 

मन नहीं लागे मेरा शिव के बिना 

तन मन शिव के ही नाम किया 

मुझे बस शिव की ही आस रहे 

मेरा शिव बस मेरे पास रहे 

मेरे पास रहे

मेरे पास रहे

शम्भू के बड़ा कोई, अब नाता नहीं है  

शम्भू के बड़ा कोई, अब नाता नहीं है 

शिव नाम बिना कुछ और, मुझे भाता नहीं है 

बिना शिव नाम, सुख ही नहीं है

बिना शिव नाम, सुख ही नहीं है



कैरोके लिंक: https://youtu.be/A8xX-E8HF5Q?si=S974BXAFcnql4V1H
गाने का लिंक: https://youtu.be/coZoSYJU1OY?si=L3NP41M6f33FaU6b
---------------------------------------------------------------------------------
मनीष पाण्डेय ‘मनु’ रविवार ०३ मार्च २०२४, नीदरलैंड

रविवार, 3 मार्च 2024

अक्ल

कभी उस पर 
पड़ जाते हैं ताले
तो कभी
पड़ जाते हैं पत्थर 

कभी तो 
रहती है किसी के घुटने में
तो कोई 
टाँग आता है खूँटी पर 


कभी तो 
निकल आती है उसकी दुम
तो कभी 
हो जाता है अन्धा

कभी तो कोई 
बन जाता है उसका दुश्मन 
तो कभी 
बन जाता है उसका पुतला

या कभी पढ़ जाता है 
उस पर पर्दा 
तो कभी 
होने लगता है यूँ ही खर्चा 

कभी तो 
बीड़ी के ठूंठ के 
बराबर भी नहीं होती 
तो कभी
भैंस से करे मुकाबला

कभी कोई 
पीछे पढ़ जाता है लट्ठ लेकर 
तो फिर 
आ जाता है ठिकाने 

कभी तो 
हो जाता है उसको अजीर्ण 
तो कभी 
वो लगता है चकराने 

कभी वह
खुद चल दे घास चरने
तो कभी 
वह दौड़ाने लगता है घोड़े 

कभी वह 
रह जाता है दंग
तो कभी 
कोई होता है उसका पूरा 

खैर छोड़ो 
अब और कितनी लगाएँ
ये अक्ल भी 
बड़ी अजीब चीज है 

———————————
मनीष पाण्डेय ‘मनु’
रविवार ०३ मार्च २०२४, नीदरलैंड

अस्तित्व

अचानक सामने आये 
चमकते-दमकते जुगनू की तरह
जिसे पकड़ लो तो
बिखेर देता है थोड़ी रौशनी

या अचानक सामने आयी
तितली की तरह
जिसे पकड़ लो तो 
दे जाती उँगलियों को थोड़ा रंग

या अचानक हवा में बहकर कर आये 
किसी फूल के पंखुड़ी की तरह
जिसे पकड़ लो तो
भर जाती है हथेली पर थोड़ी खुशबू


कभी-कभी अचानक ही 
मन में फूटते हैं विचार
जिसे पकड़ लो तो
बन जाती है एक प्यारी सी कविता 

नहीं तो 
उड़कर ओझल हो जाती है 
खो जाती है अनंत में 
मानों जैसे उसका 
कभी कोई अस्तित्व ही नहीं था

———————————
मनीष पाण्डेय ‘मनु’
रविवार ०३ मार्च २०२४, नीदरलैंड

कली - 2

ओ भौंरे!
रुक जा वहीं
मेरे पास नहीं आना

तुम्हारे छूने से 
मेरा बदन खिल उठता है

और फिर 
मेरे यौवन की खुशबू
खींच लाती है उन्हें
जो मुझे नोच लेते हैं 

और खोंच देते हैं 
किसी के जूड़े में 
या चढ़ा देते हैं
किसी मूरत पर

भर देते हैं
किसी गमले में
या थमा देते हैं
किसी के हाथों में

डाल देते हैं 
किसी की देह पर 
या फैंक देते हैं
किन्हीं राहों में

कोई नहीं पूछता
मुझे क्या चाहिए

कोई नहीं समझता
मेरे मन को

और मैं अभागी
अपने ही रूप-रंग
गंध-रस की मारी

खिलने-दमकने-महकने
की जगह
सड़ने-गलने और सूखने
लगती हूँ

———————————
मनीष पाण्डेय ‘मनु’
रविवार ०३ मार्च २०२४, नीदरलैंड

कली - 1

ओ भौंरे!
रूक जा वहीं

झूमने दे अभी
टहनी के काँधों पर
झूलने दे जरा
पत्तियों की गोद में

देखता नहीं
अभी तो आयी हैं
सूरज की किरणें
और बस 
आती ही होगी 
पूर्वा भी
सन-सन के गीत गाते 

थोड़ा तो 
खेलने दे हमें 
ओस की गुड़िया के साथ 

कह देती हूँ
नहीं आना तुम
मेरे पास इतनी जल्दी

क्योंकि
तुम्हारे छूने से
खो जाता है मेरा बचपन

———————————
मनीष पाण्डेय ‘मनु’
रविवार ०३ मार्च २०२४, नीदरलैंड

शनिवार, 2 मार्च 2024

कैरोके भजन - वृंदावन का नंदलाला

हरि हरि बोल, 
हरि हरि बोल
हरि हरि बोल, 
हरि हरि बोल

वृंदावन का नंदलाला, 
मेरा रखवाला हैं
मेरा श्याम ही तो सारी, 
दुनिया चलाये

हरि हरि बोल, 
हरि हरि बोल

वृंदावन का नंदलाला, 
मेरा रखवाला हैं
मेरा श्याम ही तो सारी, 
दुनिया चलाये

साँवरे का नाम मेरे, 
मन को लुभाए
श्याम श्याम ही जपते, 
साँस आये जाए

वृंदावन का नंदलाला, 
मेरा रखवाला हैं
मेरा श्याम ही तो सारी, 
दुनिया चलाये

हरि हरि बोल, 
हरि हरि बोल
हरि हरि बोल, 
हरि हरि बोल

खोये से थे माया में हम
कितने बरस बिताये
सारे जग का दुःख देखा तो 
जी मेरा घबराये

अब तो ये ही 
काम है अपना
मोहन तेरा 
नाम ही जपना
हरि हरि बोल, 
हरि हरि बोल

तेरा नाम ही तो मेरा, 
जीवन बनाए 
मेरा श्याम ही तो सारी, 
दुनिया चलाये

वृंदावन का नंदलाला, 
मेरा रखवाला हैं
मेरा श्याम ही तो सारी, 
दुनिया चलाये

हरि हरि बोल, 
हरि हरि बोल
हरि हरि बोल, 
हरि हरि बोल

मेरी नैया डोल रही अब 
तू ही पार लगाए 
तेरी भक्ति के ही बल से 
भव सागर तर जाए 

जपते-जपते 
नाम को तेरे
कट जाएँ सब 
बंधन मेरे 

हरि हरि बोल, 
हरि हरि बोल

मेरे मन के हर कोने में, 
तू ही समाए 
मेरा श्याम ही तो सारी, 
दुनिया चलाये

साँवरे का नाम मेरे, 
मन को लुभाए
श्याम श्याम ही जपते, 
साँस आये जाए

वृंदावन का नंदलाला, 
मेरा रखवाला हैं
मेरा श्याम ही तो सारी, 
दुनिया चलाये

हरि हरि बोल, 
हरि हरि बोल
हरि हरि बोल, 
हरि हरि बोल


कैरोके लिंक: https://www.youtube.com/watch?v=AD2n3CiLgNI

---------------------------------------------------------------------------------
मनीष पाण्डेय ‘मनु’
शनिवार २ मार्च २०२४, नीदरलैंड