धारा ३७०
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अच्छा हुआ चला गया तीन सौ सत्तर
कश्मीरी विकास में राह का पत्थर
रहा होगा जरुरी जब वो बना था
आज तो गर्दन तलवार सा तना था
बदलते समय में बदलाव जरुरी है
सहते रहने की ना कोई मजबूरी है
कश्मीर हो या कि कन्याकुमारी
भारत माँ एक है, जान से प्यारी
अब सरकार भी खुलकर आगे बढ़े
बातों से नहीं काम से भविष्य गढ़े
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मनीष पाण्डेय ‘मनु’
मंगलवार ११ दिसंबर २०२३, नेदरलॅंड्स
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