मुस्कान
मैंने देखी है
पेरिस के म्यूजियम में लगी
मोनालिसा की तस्वीर
जिसकी मुस्कुराहट के चर्चे
सारी दुनिया में है
मुझे नहीं पता वो
क्यों मुस्कुरा रही है
लेकिन उसके मुस्कान
मुझे फीकी लगी
उस मुस्कान के सामने
जो मजदूर को
उसकी दिहाड़ी मिलने पर
जो उस सब्जी वाले
के चेहरे पर थी
जब शाम को बाजार उठाते
उसने अपने पैसे गिने
जो देखे हैं
अपने गाँव में
बच्चों के चेहरे पर
किसी के पुराने
खिलौने पाकर
उस बच्ची के चेहरे में
जिसे स्कूल जाने के लिए
उसके पिता ने
खरीद कर दी है
एक पुरानी साइकल
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