... a few words from my heart!
मैं कौन हूँ?
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उसमें बसी है
मेरी जान
किसी तोते की तरह
मैं चाहता हूँ
छुपाकर रखना
उसे दुनिया की नजर से
मेरे सिवा कोई और
उसे देख ना सके
छू ना सके
गर वो तोता है
तो फिर
प्रेम राक्षस!!
मनीष पाण्डेय ‘मनु’
लक्सम्बर्ग शनिवार 28 मई 2022
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