मंगलवार, 18 अक्तूबर 2022

पहला प्यार

ठण्डे पानी की सतह से उठते कुहासे की तरह

नदी की धार में उठते उफ़ानों की तरह

पत्तों की ओट से लुढ़कते ओस की तरह

पहली बारिस में धरती की महकती सोंधी खुशबू की तरह

पलाश के जंगलों में चटकती कलियों की तरह

रात रानी के पौधे नीचे झड़े फूलों की तरह

मोगरे के गुच्छों से उड़ती खुशबू की तरह

झरनों के कलकल से बजते संगीत की तरह

होती है दिल में दस्तक पहले प्यार की

------------------------------------------------- मनीष पाण्डेय ‘मनु’ अलमेर, नेदरलॅंड्स, रविवार १८-अक्टूबर-2022

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