रविवार, 7 मार्च 2021

एक प्याली कविता

अंतर्मन के
विचारों को 
कागज-कलम की
केतली पर चढ़ाई है,
थोड़ा उबाल आने दीजिये
फिर अपने लहज़े के 
मिठास के साथ
एक प्याली कविता 
आपको भी दूँगा 
चुस्कियों के लिए 


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मनीष पाण्डेय “मनु”
लक्सम्बर्ग, रविवार 07-मार्च-2021

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