मंगलवार, 9 मई 2023

अचरज

 मेरा बेटा अब

बारह साल का 

हो गया है 


स्कूल में पढ़ाई के लिए

इंटरनेट पर 

रिसर्च करता है


उसे सब पता है


कैसे बीज से

पौधा उगता है

और फिर पेड़ बनता है

फल देता है


कैसे शहद बनता है,

बारिस, तूफ़ान

चक्रवात क्यों आते हैं


सड़क पर दौड़ती

हर कार 

पहचानता है


धरती 

कितनी पुरानी है

विश्व युद्ध में 

क्या हुआ था


विज्ञान और

इतिहास की बातें

और भी बहुत कुछ


पर उसे अचरज 

सिर्फ इस बात पर होती है

कि मेरा बचपन 

इंटरनेट के बिना बीता है


विश्वास नहीं करता

मेरे दादा किसान थे

और हमारे खाने की

लगभग हर वस्तु

हम खुद उगाते थे


वो नहीं मानता

हमें सिर्फ

गिने चुने अवसरों पर

कपड़े मिलते थे


गर्मी के दिनों में

घर के आँगन में

चारपाई लगाकर

लंबी तान सोते थे


बुआ, मौसी 

और ताऊ के

बच्चों के पुराने कपड़े

ख़ुशी ख़ुशी

पहनते थे


पुरानी किताबों से 

पढ़ते थे

और कापियों के 

बचे पन्नों की

बाइंडिंग करवा कर

रफ-कापी बनाते थे


उसे लगता है

ये सब बातें

मैं उसे 

बना बनाकर सुनाता हूँ

क्योंकि उसने

नया वीडियोगेम माँगा है


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मनीष पाण्डेय ‘मनु’

नीदरलैंड्स, मंगलवार 9 मई 2023

 

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