शनिवार, 28 अक्तूबर 2023

प्यार है

इस दुनिया में सच्चा केवल
हम दोनों का प्यार है 
बाकी सब बेकार है 
बाकी सब बेकार है 

जुल्फें तेरी नागिन जैसी
होठ गुलाबी पंखुड़ियों से
देख तुझे खिड़की के पीछे 
दिल में चलते फुलझड़ियों से
घायल मेरे दिल को कर दे
यूँ नैनों की मार है
बाकी सब…

चंदा भी फीका लगता है
तेरी बिंदिया की चम-चम से 
इंद्रपुरी में पाँव थिरकते
तेरे पायल की छम-छम से
तेरी अँखियाँ से ही जगमग
ये सारा संसार है
बाकी सब…

कोई मुझको कहे दीवाना
या पागल कहलाऊँ जग में
हम तो तुझपे ही मरते हैं
प्यार तेरा बहता रग-रग में 
बस तू मुझको अपना कह दे
इतना ही दरकार है
बाकी सब…

—————————————————-
मनीष पाण्डेय ‘मनु’
रविवार 28 अक्टूबर 2023, नीदरलैंड

कोई टिप्पणी नहीं: