बुधवार, 10 अप्रैल 2024

अम्बे मेरी मैया

अम्बे मेरी नैया, पार लगा दे माँ बिगड़ी मेरी मैया, आज बना दे ना

ना जानू मैं पूजा तेरी, ना जानूँ मैं भक्ति गुण तेरे मैं गाऊँ कैसे, कुछ ना मेरी शक्ति पर मैया मैं बालक तेरा, रो रो तुझे पुकारूँ कब आएगी मैया मेरी, तेरी राह निहारूँ प्यारी मेरी मैया, दरस दिखा दे ना अम्बे मेरी नैया, पार लगा दे माँ धन दौलत के पीछे मैंने, इतने बरस बिताये कैसे-कैसे करम किए हैं, कितने पाँप कमाये राग-द्वेष में डूबा ऐसा, अहम भाव अपनाया अब जागा हूँ मैया तो, मैं तेरे द्वारे आया जग जननी तू मेरे, दोष भुला दे ना अम्बे मेरी नैया, पार लगा दे माँ

सिवा तुम्हारे इस जग में, मैया कौन हमारा सब के दुखड़े दूर करे माँ, ऐसा नाम तुम्हारा इतनी विनती है माता अब, तेरी भक्ति पाऊँ अम्बे तेरी कृपा हुई तो, भव सागर तर जाऊँ अपना मुझको मैया, दास बना ले ना अम्बे मेरी नैया, पार लगा दे माँ

बिगड़ी मेरी मैया, आज बना दे ना अम्बे मेरी नैया, पार लगा दे माँ

——————————————— मनीष पाण्डेय ‘मनु’ बुधवार 10 अप्रैल 2024, नीदरलैंड

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