जब तेरी आवाज
मेरे कानों पर
पड़ती है तो
सांसे अपना
रफ्तार भूल जाती हैं
सोचता हूँ
यदि तुमने
कहीं सचमुच
मेरा नाम पुकार लिया
तब फिर क्या होगा?
जब तेरी परछाई
मेरी परछाई से
मिल जाती है तो
नस नस में
सिहरन दौड़ जाती है
सोचता हूँ
यदि तुमने
कहीं सचमुच
गले लगा लिया
तब फिर क्या होगा?
जब सिर्फ मैंने
अपना मान लिया तुम्हें
तब तो मेरे पाँव
जमीन पर नहीं चलते
सोचता हूँ
यदि तुमने
कहीं सचमुच
अपना बना लिया
तब फिर क्या होगा?
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मनीष पाण्डेय ‘मनु’
सोमवार २९ जनवरी 2024, ऐम्सटर्डम से लंदन जाते हुए, २० हजार फिट ऊपर
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