बुधवार, 14 फ़रवरी 2024

हॉलैंड की बसंत

 हॉलैंड की बसंत


मिट्टी की परतें खोल

ट्यूलिप के बल्ब में

कुलबुलाहट हो रही है,

लगता है अब

हॉलैंड की वादियों में

बसंत की 

आहट हो रही है


पतझड़ से उघड़ी

उदास टहनियों पर

फिर से चिड़ियों की 

चहचहाहट हो रही है

लगता है अब


गलियों में खड़ी

गाड़ियों के शीशों पर

बर्फ नहीं ओस की 

जमावट हो रही है

लगता है अब


दफ्तर-स्कूल जाते

अंधेरे की मायूसी नहीं 

रौशनी की

जगमगाहट हो रही है

लगता है अब


सप्ताहांत में अब 

मुहल्ले के पार्क में

बच्चों की मस्ती-

खिलखिलाहट हो रही है

लगता है अब


आहाते वाले गमले के 

बेजान गुलाब में

नये पत्ते-कलियों की

सुगबुगाहट हो रही है

लगता है अब


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मनीष पाण्डेय ‘मनु’

वसंत पंचमी बुधवार १४-फ़रवरी-२०२४, नीदरलैंड

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