गुरुवार, 15 फ़रवरी 2024

सिलवटें

मुझे सिलवटें 

पसंद हैं

क्योंकि 

करीने से रखे कपड़े

उस इंसान की तरह होते हैं

जो कर तो सकते थे

बहुत कुछ

लेकिन फिर भी

कभी किसी के काम नहीं आये 


लेकिन

सिर्फ सिलवटों से

यह नहीं कह सकते

कि ये इस्तेमाल से आये हैं 

बेतरतीब रखकर भी

सिलवटें पड़ जाती हैं

जैसे कोई आदमी

यूँ ही जीता रहा

कभी किसी के

काम आने लायक

हुआ ही नहीं 


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मनीष पाण्डेय ‘मनु’

गुरुवार १५-फरवरी-२०२४, नीदरलैंड

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