थोड़ा सबर
और तुमने जताई होती
थोड़ी फिकर
काश मैंने किया होता
थोड़ा भरोसा
और तुमने जताई होती
थोड़ी अहमियत
काश मैंने किया होता
थोड़ा प्रयास
और तुमने जताई होती
थोड़ी उम्मीद
काश मैंने किया होता
थोड़ा अनुरोध
और तुमने जताई होती
थोड़ी हमदर्दी
तो आज
मैं और तुम
हम हो गए होते
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मनीष पाण्डेय ‘मनु’
बुधवार १४-फरवरी-२०२४, नीदरलैंड
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